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कुंडली का दशम भाव

Feb 22, 2024

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दशम भाव और कर्म


ज्योतिष शास्त्र में, दशम भाव कर्म, व्यवसाय और सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतिनिधित्व करता है। यह व्यक्ति के पेशेवर जीवन और उनकी उपलब्धियों को दर्शाता है।


दशम भाव में स्थित ग्रह व्यक्ति के काम करने की शैली, करियर पथ और सफलता के स्तर को निर्धारित करते हैं। मंगल, सूर्य और शनि जैसे ग्रह पेशेवर जीवन में ताकत, महत्वाकांक्षा और अनुशासन का संकेत देते हैं। दूसरी ओर, चंद्रमा और शुक्र जैसे ग्रह अधिक कलात्मक और रचनात्मक व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करते हैं।


दशम भाव में शुभ ग्रहों की उपस्थिति एक सफल और संतुष्टिदायक करियर का संकेत देती है। व्यक्ति महत्वाकांक्षी होते हैं, मेहनती होते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ होते हैं। वे नेतृत्व के गुण रखते हैं और अपनी टीम को प्रेरित करने में सक्षम होते हैं।





हालांकि, अशुभ ग्रहों की उपस्थिति चुनौतियों और बाधाओं का संकेत देती है। व्यक्ति काम में निरंतरता बनाए रखने में कठिनाई का अनुभव कर सकते हैं, उन्हें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता हो सकती है। उन्हें अपने सहकर्मियों या वरिष्ठों के साथ संघर्ष का भी सामना करना पड़ सकता है।






व्यवसाय चुनते समय, दशम भाव में स्थित ग्रहों पर विचार करना महत्वपूर्ण है। व्यक्ति उन क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने की अधिक संभावना रखते हैं जो उनके चार्ट में दशम भाव से जुड़े हैं। उदाहरण के लिए, यदि मंगल दशम भाव में स्थित है, तो व्यक्ति इंजीनियरिंग, सेना या खेल जैसे क्षेत्रों में सफल हो सकते हैं।

दशम भाव एक व्यक्ति के करियर और पेशेवर जीवन का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। इसमें स्थित ग्रह व्यक्ति की कार्य शैली, महत्वाकांक्षाओं और सफलता के अवसरों को आकार देते हैं।

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